छत्तीसगढ़ में साढ़े 4 साल में 39 हजार से ज्यादा बच्चों की मौत! BJP ने NCPCR से की जांच की मांग

Child deaths in Chhattisgarh- छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Elections) में चुनाव से पहले भाजपा (Chhattisgarh BJP) लगातार कांग्रेस (Chhattisgarh Congress) को घेरने की कोशिश में लगी हुई…

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Child deaths in Chhattisgarh- छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Elections) में चुनाव से पहले भाजपा (Chhattisgarh BJP) लगातार कांग्रेस (Chhattisgarh Congress) को घेरने की कोशिश में लगी हुई है. अब मुख्य विपक्षी पार्टी ने साढ़े चार सालों के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में 0 से 5 साल तक के बच्चों की मौत पर सवाल खड़े किए हैं. भाजपा ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) नई दिल्ली में शिकायत कर जांच की मांग की है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में 5 साल तक के 39 हजार से ज्यादा बच्चों की मृत्यु हुई है. इसके लिए पार्टी ने भूपेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव (Arun Sao) के अगुआई में सांसद विजय बघेल, गुहाराम अजगले, गोमती साय ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष से मामले की शिकायत कर जांच की मांग की है. NCPCR अध्यक्ष को सौंपे गए पत्र में पार्टी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में राज्य के उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदवे की ओर से प्रदान की गई जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में जनवरी 2019 से जून 2023 तक 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों की मृत्यु आंकड़ा 39,267 है, जो काफी चिंताजनक है.

‘बच्चों की मौत के लिए राज्य सरकार दोषी’

भाजपा ने पत्र में लिखा है, इस आंकड़े से यह स्पष्ट है कि राज्य सरकार नवजात शिशुओं को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में पूरी तरह से नाकाम है. इस कारण इतने बड़े पैमाने पर मौतें हुई हैं. राज्य सरकार लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में पूरी तरह से विफल रही है. इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की मौत के लिए राज्य सरकार दोषी है. अतः आपसे अनुरोध है कि इस गंभीर विषय को संज्ञान में लेकर नवजात बच्चों की मृत्यु को समुचित जांच करने के लिए आवश्यक आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें.”

अरुण साव ने क्या कहा?

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने इस पूरे मामले को गंभीर बताते हुए ट्वीट किया,  “छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या मे हो रही नवजात शिशुओं की मृत्यु के विषय की जांच हेतु राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष श्री प्रियांक कानूनगो जी को ज्ञापन सौंपा. प्रदेश के उप मुख्यमंत्री द्वारा जारी आंकड़े अनुसार 5 वर्ष तक के 39,267 बच्चों की मृत्यु हुई है, जो गंभीर विषय है.”

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