Chhattisgarh Junior Doctors Strike- छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) में हड़ताल का दौर जारी है. अब मंगलवार से जूनियर डॉक्टर(Junior Doctors) अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. इसके चलते प्रदेश के ज्यादातर मेडिकल कॉलेज, शासकीय अस्पतालों में काम काज पूरी तरह ठप्प हो गया है. इनकी जगह सीनियर डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं. हड़ताल का असर रायपुर से लेकर रायगढ़ देखा गया.
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बता दें कि जूनियर डॉक्टरों ने काफी समय पहले से ही स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर शासन को यह अवगत कराया था कि इस पर जल्द से जल्द निर्णय लें, अन्यथा वे फिर से अनिश्चितकालीन आंदोलन के लिये चले जाएंगे. शासन स्तर पर कोई पहल नही होता देख आज से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर, रायगढ़, बिलासपुर समेत सहित प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल गए.
क्या है मांगे?
जूनियर डाक्टरों (Chhattisgarh Junior Doctors Strike) का कहना है कि स्टाइपेंड कम रखा गया है जिसके चलते उनकी दैनिक जरूरतें भी पूरी नहीं हो पाती. उन्होंने बताया कि 19 जनवरी को पहले भी इस मांग को लेकर आंदोलन किया था जिसके बाद उनको आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही उनकी मांगें पूरी की जाएंगी. लेकिन कई महीने बीते जाने के बावजूद इस ओर कोई पहल नही होता देख वे फिर से आंदोलन करने के लिए बाध्य हो गए हैं.
डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी प्रदेश में 4 साल का बॉन्ड नहीं भरवाया जाता, सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही ऐसा हो रहा है. वहीं बीते 4 साल में मानदेय भी नहीं बढ़ाया गया है.
एक महिला जूनियर डॉक्टर ने बताया कि वर्तमान में उनका स्टाइपेंड दस हजार रूपये है जो काफी कम है. उसके बाद जब मांगे रखी गई तब यह बढ़कर 12 हजार 6 सौ रूपये हुआ, लेकिन सालों बीत जाने के बाद भी यह स्टाइफंड बढ़ा ही नही है. जबकि महंगाई लगातार बढ़ रही है और उन्हें अपना खर्चा निकालना पड़ता है ऐसे में उन्हें अपनी जरूरतें पूरी करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
राजधानी रायपुर के मेकाहारा में ओपीडी बंद
अपनी मांगो को लेकर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर स्थित मेकाहारा हॉस्पिटल में भी जूनियर डॉक्टर धरना देते नजर आए. जूनियर डॉक्टरों का कहना है जब तक इनकी मांगें पूरी नही हो जाती तब तक वे आंदोलन जारी रखेंगे. वहीं मरीजों को कोई समस्या ना आए इसके लिए इमजेंसी सेवाओं को बंद नहीं किया गया है, हालांकि ओपीडी में कामकाज ठप हैं.
(रायगढ़ से नरेश शर्मा और रायपुर से महेन्द्र नामदेव की रिपोर्ट)
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